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भारत एक विविधता से भरा देश है, जहां विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक, भाषाई और भौगोलिक विशेषताएँ उसे विशिष्ट बनाती हैं। प्रत्येक राज्य की अपनी एक अनूठी पहचान और इतिहास है, जो उसके गठन के समय और परिस्थितियों से जुड़ा हुआ है। भारतीय राज्यों का गठन विभिन्न समय पर हुआ है, जिसका उद्देश्य प्रशासनिक सुविधा, सांस्कृतिक पहचान की सुरक्षा और क्षेत्रीय विकास को सुनिश्चित करना था। इस लेख में हम भारत के विभिन्न राज्यों के गठन के समय और उनके ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य की चर्चा करेंगे, ताकि आप यह जान सकें कि भारत के किस राज्य का गठन कब और कैसे हुआ था।
भारत का भौगोलिक परिचय
भारत, जिसे आधिकारिक रूप से भारत गणराज्य के नाम से जाना जाता है, दक्षिण एशिया में स्थित एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है। यहाँ भारत की भौगोलिक जानकारी दी गई है:
स्थिति और आकार:
भारत का क्षेत्रफल लगभग 32,87,263 वर्ग किलोमीटर है, जो इसे दुनिया का सातवाँ सबसे बड़ा देश बनाता है। यह देश उत्तरी गोलार्ध में स्थित है और लगभग 8°4′ उत्तर अक्षांश से 37°6′ उत्तर अक्षांश और 68°7′ पूर्व देशांतर से 97°25′ पूर्व देशांतर के बीच फैला हुआ है।
सीमाएँ:
भारत की सीमाएँ सात देशों के साथ मिलती हैं:
- उत्तर और उत्तर-पश्चिम में: चीन, नेपाल, और भूटान
- उत्तर-पश्चिम में: पाकिस्तान
- पूर्व में: म्यांमार और बांग्लादेश
- दक्षिण में: श्रीलंका (समुद्री सीमा)
भारत के किस राज्य का कब हुआ था गठन?
जम्मू-कश्मीर के विभाजन के बाद भारत में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं जो अब लद्दाख के साथ-साथ एक केंद्र शासित प्रदेश है. यहाँ सभी राज्यों और उनके गठन की जानकारी दी गई हैं।
भारत के राज्य और उनका गठन वर्ष | ||
राज्य
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गठन की तिथि और वर्ष
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कैसे हुआ गठन
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आंध्र प्रदेश
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1 नवंबर, 1953
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राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956
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अरुणाचल प्रदेश
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फरवरी 20, 1987
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पूर्व में यह उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के तहत एक केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जाना जाता था। हालांकि, बाद में इसे अरुणाचल प्रदेश राज्य अधिनियम, 1986 द्वारा एक राज्य का दर्जा मिला।
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असम
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1950
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पहले इसे अहोम साम्राज्य के रूप में गठित किया गया था। हालांकि,1950 में इसे राज्य का दर्जा दिया गया।
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बिहार
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1950
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1936 में पुनर्गठित
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छत्तीसगढ़
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1 नवंबर, 2000
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मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000
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गोवा
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30 मई, 1987
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गोवा राज्य अधिनियम, 1986
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गुजरात
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1 मई, 1960
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बंबई पुनर्गठन अधिनियम, 1960
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हरियाणा
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1 नवंबर, 1966
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पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966
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हिमाचल प्रदेश
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1971
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हिमाचल प्रदेश (प्रशासन) आदेश, 1948 द्वारा हिमाचल प्रदेश प्रांत के रूप में गठित किया गया। हालांकि, बाद में 1971 में इसे राज्य का दर्जा मिला।
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झारखंड
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15 नवंबर, 2000
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-बिहार पुनर्गठन अधिनियम, 2000
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कर्नाटक
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1 नवंबर, 1956
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राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956
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केरल
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1 नवंबर, 1956
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राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956
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मध्य प्रदेश
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1 नवंबर, 1950
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1950 में राज्य के रूप में गठित
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महाराष्ट्र
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1 मई, 1960
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बंबई पुनर्गठन अधिनियम, 1960 के तहत गठित
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मणिपुर
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21 जनवरी, 1972
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उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के रूप में गठित
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मेघालय
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21 जनवरी, 1972
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उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के रूप में गठित
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मिजोरम
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फरवरी 20, 1987
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मिजोरम राज्य अधिनियम, 1986 के रूप में गठित
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नागालैंड
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1 दिसंबर, 1963
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नागालैंड राज्य अधिनियम, 1962 के रूप में गठित
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ओडिसा
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1950
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1950 में राज्य के रूप में गठित
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पंजाब
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1947
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पंजाब पुनर्गठन अधिनियम, 1966 के तहत गठित
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राजस्थान
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30 मार्च, 1949
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पहले राजपुताना के नाम से जाना जाता था। ब्रिटिश द्वारा राजस्थान नाम मिला।
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सिक्किम
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16 मई, 1975
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1975 में 36वें संविधान संशोधन द्वारा गठित राज्य
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तमिलनाडु
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1 नवंबर, 1956
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राज्य पुनर्गठन अधिनियम, 1956 के तहत राज्य के रूप में गठित
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तेलंगाना
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2 जून 2014
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आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के तहत सबसे नवीनतम राज्य
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त्रिपुरा
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21 जनवरी, 1972
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उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (पुनर्गठन) अधिनियम, 1971 के तहत गठित
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उत्तर प्रदेश
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24 जनवरी, 1950
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पहले संयुक्त प्रांत के नाम से जाना जाता था। बाद में 24 जनवरी 1950 में राज्य के रूप में गठित
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उत्तराखंड
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9 नवंबर, 2000
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लंबे समय से चले आंदोलन और उत्तर प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2000 के रूप में गठित
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पश्चिम बंगाल
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1950
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1950 में राज्य के रूप में गठित
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भारत के किस केंद्रशासित का कब हुआ था गठन?
भारत के केंद्रशासित प्रदेशों का गठन विभिन्न समय पर और विभिन्न ऐतिहासिक परिस्थितियों के तहत हुआ है। यहाँ भारत के प्रमुख केंद्रशासित प्रदेशों और उनके गठन की तिथियों की सूची दी गई है:
भारत के केंद्रशासित प्रदेश और उनका गठन वर्ष | ||
राज्य
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गठन की तिथि और वर्ष
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कैसे हुआ गठन
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अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह | 1 नवम्बर 1956 | 1950 में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह भारत का हिस्सा और 1956 में एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया। |
चंडीगढ़ | 1 नवम्बर 1966 | 01.11.1966 को पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में राज्य के पुनर्गठन के समय, शहर ने पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी होने का अनूठा गौरव प्राप्त किया। जबकि इसे स्वयं केंद्र शासित प्रदेश और केंद्र सरकार के सीधे नियंत्रण में घोषित किया गया था। |
दादरा और नगर हवेली | 26 जनवरी 2020 | 11.08.1961 को संसद द्वारा पारित दादरा एवं नगर हवेली अधिनियम, 1961 (1961 की सं. 35) द्वारा यह प्रदेश राष्ट्रीय स्तर पर एक हो गया। |
दिल्ली | 9 मई 1905 | 13 फरवरी 1931 को भारत के वायसराय लॉर्ड इरविन ने देश की नई राजधानी के रूप में नई दिल्ली का उद्घाटन किया था। |
लक्षद्वीप | 1 नवंबर 1956 | 1 नवम्बर 1956 को, भारतीय राज्यों के पुनर्गठन के दौरान, प्रशासनिक उद्देश्यों के लिए लक्षद्वीप को मद्रास से अलग कर एक केन्द्र-शासित प्रदेश के रूप में गठित किया गया। |
पुडुचेरी | 1 नवंबर 1954 | नवम्बर, 1954 में फ़ाँस ने पुदुचेरी को भारत को सौंप दिया, जिसका लोगों ने व्यापक स्वागत किया। सन 1955 के गणतंत्र दिवस में पहली बार राजपथ पर पुदुचेरी की झाँकी निकाली गई। इस तरह पुदुचेरी का शांतिपूर्ण रूप से भारत में विलय हो गया। |
जम्मू कश्मीर | 31 अक्टूबर 2019 | 26 अक्टूबर 1947 को, महाराजा हरि सिंह ने पाकिस्तान समर्थित सेनाओं से युद्ध करने के लिए भारतीय सेना को कश्मीर में एयरलिफ्ट करने के बदले में जम्मू और कश्मीर का भारत में विलय किया। जम्मू और कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश में पुनर्गठन के प्रावधान जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के भीतर निहित थे, जिसे अगस्त 2019 में भारत की संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित किया गया था। |
लद्दाख | 31 अक्टूबर 2019 | अगस्त 2019 में, भारत की संसद ने जम्मू और कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 पारित किया जिसके द्वारा 31 अक्टूबर 2019 को लद्दाख एक केन्द्र शासित प्रदेश बन गया। |